Tuesday, November 22, 2011

मेरी कक्षा का एक विद्यार्थी

मेरी कक्षा का एक विद्यार्थी
बल्कि यूँ कहिये परीक्षार्थी
आचार्य के सम्मुख खडा था
आचार्य के साइज़ से काफी बड़ा था
आचार्य ने उसको देखा
उसके मस्तक पर थी चिंता की रेखा
वह डर रहा था,क्यूकि परीक्षाभवन में नक़ल कर रहा था
आचार्य ने कहा ''क्यों बे नक़ल करता है ,कानून से बिलकुल नहीं डरता है ''
क्या तुझे पता है ? नकल करना कितनी बड़ी खता है ?
नहीं पता ना,मैं तुझे बताता हूँ
तुझे आज जेल भिजवाता हूँ
यह सुन छात्र काँप गया ,
आचर्य के इरादे को भांप गया
थोडा सा डर कर ,और थोडा संभलकर
उसने मुह खोला ,और वह बोला
सर इकलोते बाप का इकलोता रईस हूँ
ले दे के दुनिया में एक ही पीस हूँ
कृपया छोड़ दीजिये आज माफ़ कीजिये
यह सुन अध्यापक झल्लाया
आंखे फाड़ उसपे चिलालाया
अच्छा एक तो नक़ल करता है
ऊपर से बाप को बदनाम करता है
सर वह तो पहले से ही बदनाम है
क्यों की वो शहर का माना हुआ हज्जाम है
अच्छा तो तू उसका बेटा है ???
कम्बख्त तो दूध नहीं सपरेटा है
आगे से गलती मत करना
इस बार नहीं छोडूंगा वरना

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